गृह विज्ञान (Home Science) क्या है?
गृह विज्ञान (Home Science) एक बहुआयामी विषय है जो पोषण, स्वास्थ्य, वस्त्र, गृह प्रबंधन, बाल विकास और सामुदायिक जीवन को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझने और सुधारने पर केंद्रित है। यह व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए वैज्ञानिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है। पारंपरिक घरेलू कौशलों के साथ-साथ आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी का समावेश कर, यह जीवन को अधिक व्यवस्थित और प्रभावी बनाने में सहायक होता है।
गृह विज्ञान की परिभाषा (Definition of Home Science)
विभिन्न लेखकों और विशेषज्ञों ने गृह विज्ञान को अलग-अलग तरीकों से परिभाषित किया है:
- एन.एन. गांधी (N.N. Gandhi)
“गृह विज्ञान एक ऐसा विषय है जो घर से संबंधित सभी ज्ञान, कौशल और तकनीकों का अध्ययन करता है, जिससे परिवार की जीवनशैली में सुधार किया जा सके।” - डॉ. एनी बासेंट (Dr. Annie Besant)
“गृह विज्ञान घर और परिवार के कुशल प्रबंधन से जुड़ा विज्ञान है, जो सामाजिक और आर्थिक स्थितियों के अनुसार बेहतर जीवनशैली का निर्माण करता है।” - जॉन डीवी (John Dewey)
“गृह विज्ञान शिक्षा का वह क्षेत्र है जो घरेलू और सामाजिक जीवन को व्यवस्थित और प्रभावी बनाने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रदान करता है।” - आईवी डंकन (I.V. Duncan)
“गृह विज्ञान महिलाओं के जीवन के विभिन्न पहलुओं को संतुलित करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहायक विज्ञान है।”
गृह विज्ञान का इतिहास (History of Home Science)
प्राचीन काल
- गृह प्रबंधन, वस्त्र निर्माण और भोजन प्रबंधन जैसी गतिविधियाँ प्राचीन समय से मानव जीवन का हिस्सा रही हैं।
- प्राचीन भारतीय ग्रंथों में भोजन, स्वास्थ्य, वस्त्र और परिवार प्रबंधन से संबंधित नियमों का वर्णन मिलता है।
- आयुर्वेद में संतुलित आहार और स्वास्थ्य रखरखाव की अवधारणा का उल्लेख है।
19वीं और 20वीं शताब्दी
- गृह विज्ञान को एक औपचारिक विषय के रूप में विकसित करने का श्रेय एलेन स्वालो रिचर्ड्स (Ellen Swallow Richards) को जाता है, जिन्होंने इसे वैज्ञानिक और सामाजिक दृष्टिकोण से जोड़ा।
- 19वीं सदी में यूरोप और अमेरिका में गृह विज्ञान को महिलाओं की शिक्षा के एक प्रमुख हिस्से के रूप में अपनाया गया।
- भारत में, 1940 के दशक में गृह विज्ञान को शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में शामिल किया गया।