UP TGT कृषि (Agriculture)

The UP TGT (Trained Graduate Teacher) Agriculture Exam is conducted by UPSESSB to recruit teachers for secondary schools in Uttar Pradesh. This guide covers the detailed syllabus, important topics, and practice questions to help in exam preparation. These topics are useful not only for the UP TGT Agriculture Exam but also for other competitive Agriculture-related exams.

सस्य विज्ञान (Agronomy) का सिद्धांत

  1. परिभाषा (Definition) – सस्य विज्ञान कृषि में फसलों की वृद्धि और प्रबंधन से संबंधित विज्ञान है।
  2. संकल्पना (Concept) – सस्य विज्ञान में मृदा, जल, मौसम और कृषि तकनीकों के अध्ययन को सम्मिलित किया जाता है।
  3. विषय क्षेत्र (Scope) – फसल उत्पादन, भूमि प्रबंधन, उर्वरक उपयोग, सिंचाई प्रणाली आदि।
  4. विकास (Development) – सस्य विज्ञान का ऐतिहासिक विकास और आधुनिक तकनीकें।
  5. फसलों का वर्गीकरण (Classification of Crops) – फसलों को उनके उपयोग, मौसम और उत्पादन के आधार पर विभाजित किया जाता है।
  6. मिश्रित कृषि (Mixed Farming) – एक ही खेत में फसल और पशुपालन दोनों करने की विधि।
  7. शुष्क कृषि (Dry Farming) – न्यूनतम जल उपलब्धता में की जाने वाली कृषि।
  8. फसल चक्र (Crop Rotation) – विभिन्न फसलों को क्रमवार उगाने की प्रक्रिया।
  9. क्रमवार कृषि (Sequential Cropping) – विभिन्न फसलों को एक के बाद एक उगाने की विधि।
  10. बहु-फसल प्रणाली (Multiple Cropping System) – एक ही मौसम में दो या अधिक फसलों की खेती।
  11. आंतरिक फसल प्रणाली (Intercropping System) – मुख्य फसल के साथ सहायक फसल उगाना।

कृषि मौसम शास्त्र (Agro-Meteorology)

  1. मौसम (Weather) – वातावरण की दैनिक स्थिति।
  2. ऋतुशास्त्र (Climatology) – किसी क्षेत्र के दीर्घकालिक मौसम के अध्ययन को कहते हैं।
  3. पर्यावरणीय तत्व (Environmental Factors) – तापमान, नमी, हवा, वर्षा आदि।
  4. मौसम पूर्वानुमान (Weather Forecasting) – भविष्य के मौसम की जानकारी प्राप्त करने की विधि।

विभिन्न प्रकार की फसलें (Types of Crops)

  1. खाद्यान्न फसलें (Cereal Crops) – गेहूं, चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा आदि।
  2. दालें (Pulses) – अरहर, मूंग, उड़द, चना, मसूर आदि।
  3. तिलहन फसलें (Oilseed Crops) – सरसों, मूंगफली, तिल, सूरजमुखी आदि।
  4. रेशेदार फसलें (Fiber Crops) – कपास, जूट, सन, रेशम आदि।
  5. चारा फसलें (Fodder Crops) – बरसीम, लोबिया, ज्वार, नेपियर घास आदि।
  6. गांठदार एवं जड़वाली फसलें (Tuber & Root Crops) – आलू, गाजर, मूली, शकरकंद आदि।
  7. मुद्रादायनी फसलें (Cash Crops) – गन्ना, चाय, कॉफी, तंबाकू आदि।

पशु प्रजनन (Animal Breeding)

  1. प्रजनन (Breeding) – उच्च गुणवत्ता वाले पशु उत्पन्न करने की प्रक्रिया।
  2. प्रजनन की विधियां (Methods of Breeding) – प्राकृतिक और कृत्रिम गर्भाधान।
  3. पशुओं की नस्लें (Animal Breeds) – गाय, भैंस, बकरी, भेड़ आदि की प्रमुख नस्लें।
  4. पोषण (Nutrition) – पशुओं को आवश्यक आहार और पोषक तत्व प्रदान करना।
  5. स्वास्थ्य देखभाल (Health Care) – पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण और देखभाल।

मृदा विज्ञान (Soil Science)

  1. मृदा (Soil) – पौधों के लिए आवश्यक भौतिक आधार।
  2. भौतिक गुण (Physical Properties) – मृदा की बनावट, संरचना, जल धारण क्षमता आदि।
  3. रासायनिक गुण (Chemical Properties) – मृदा की उर्वरता, पीएच मान आदि।
  4. जैविक गुण (Biological Properties) – मृदा में उपस्थित सूक्ष्मजीव और जैविक तत्व।
  5. उर्वरक (Fertilizers) – फसलों की वृद्धि के लिए पोषक तत्व प्रदान करने वाले पदार्थ।
  6. पादप पोषण (Plant Nutrition) – पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने की प्रक्रिया।

जल प्रबंधन (Water Management)

  1. जल संरक्षण (Water Conservation) – जल की बचत करने की विधियां।
  2. सिंचाई (Irrigation) – खेतों में जल की आपूर्ति करने की विधि।
  3. अपवाह (Runoff) – मृदा से अतिरिक्त जल का प्रवाह।
  4. कृषि यंत्र (Agricultural Equipment) – खेती में प्रयुक्त उपकरण जैसे हल, ट्रैक्टर आदि।
  5. जुताई (Tillage) – भूमि की तैयारी की प्रक्रिया।

सब्जी एवं फलों का उत्पादन (Vegetable & Fruit Production)

  1. पौधशाला प्रबंधन (Nursery Management) – पौधों की देखभाल और रोपाई।
  2. संरक्षण (Preservation) – फलों और सब्जियों का भंडारण।
  3. प्रसंस्करण (Processing) – कृषि उत्पादों को खाद्य सामग्री में परिवर्तित करना।

पादप क्रियाविज्ञान (Plant Physiology)

  1. खनिज शोषण (Mineral Absorption) – पौधों द्वारा पोषक तत्वों का अवशोषण।
  2. वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) – पौधों से जल के वाष्प में परिवर्तित होने की प्रक्रिया।
  3. प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) – पौधों द्वारा सूर्य के प्रकाश से भोजन निर्माण की प्रक्रिया।
  4. बीज अंकुरण (Seed Germination) – बीज के पौधे में परिवर्तित होने की प्रक्रिया।

कीट विज्ञान एवं फसल रोग (Entomology & Plant Diseases)

  1. कीट (Insects/Pests) – फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले जीव।
  2. फसल रोग (Crop Diseases) – फफूंदी, जीवाणु और वायरस से होने वाले रोग।
  3. नियंत्रण विधियां (Control Methods) – जैविक, यांत्रिक और रासायनिक नियंत्रण।

ग्रामीण विकास एवं संस्थाएं (Rural Development & Institutions)

  1. सहकारी समितियां (Cooperative Societies) – किसानों को आर्थिक सहायता देने वाली संस्थाएं।
  2. ग्राम पंचायत (Village Panchayat) – ग्रामीण प्रशासन की इकाई।
  3. ग्रामीण विकास कार्यक्रम (Rural Development Programs) – मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन।
  4. कृषि अनुसंधान केंद्र (Agricultural Research Centers) – उन्नत कृषि तकनीकों का विकास करने वाले संस्थान।
  5. खसरा, खतौनी (Land Records) – भूमि से संबंधित सरकारी दस्तावेज।