फसलों का वर्गीकरण (Crop Classification)

फसलें (Crops) किसी भी कृषि प्रणाली (agricultural system) की नींव होती हैं और मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। फसलों का वर्गीकरण (Crop classification) हमें उनकी विशेषताओं (characteristics), आवश्यकताओं (requirements) और उपयोगों (uses) को समझने में मदद करता है, जिससे कृषि पद्धतियों (agricultural practices) में सुधार, उत्पादकता (productivity) में वृद्धि और खाद्य सुरक्षा (food security) सुनिश्चित करने में सहायता मिलती है। इस लेख में, हम सस्य विज्ञान (Agronomy) के दृष्टिकोण से फसलों के वर्गीकरण पर चर्चा करेंगे, जिसमें उनके उपयोग (use), मौसम (season) और उत्पादन (production) के आधार पर विभाजन शामिल है। इसके साथ ही, हम फसल चक्र (crop rotation), आवरण फसलों (cover crops), जलवायु परिवर्तन (climate change) के प्रभाव और फसलों के वर्गीकरण के महत्व पर भी प्रकाश डालेंगे।

उपयोग के आधार पर फसलों का वर्गीकरण (Classification of Crops Based on Use)

फसलों को उनके उपयोग के आधार पर निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

  • खाद्यान्न फसलें (Food Crops): ये फसलें मानव उपभोग के लिए अनाज (grains) प्रदान करती हैं। इनमें चावल (rice), गेहूं (wheat), मक्का (maize), ज्वार (sorghum), बाजरा (millet) आदि प्रमुख हैं। भारत में चावल सबसे महत्वपूर्ण खरीफ फसल है, जो गर्म और आर्द्र जलवायु (hot and humid climate) वाले क्षेत्रों में उगाई जाती है। गेहूं प्रमुख रबी फसल है, जिसके लिए ठंडे तापमान (cold temperature) की आवश्यकता होती है।  
  • दलहन फसलें (Pulse Crops): ये फसलें प्रोटीन (protein) का मुख्य स्रोत होती हैं और दाल (pulses) बनाने के काम आती हैं। इनमें चना (gram), मसूर (lentil), मूंग (green gram), उड़द (black gram), अरहर (pigeon pea) आदि शामिल हैं। दलहन फसलों का मृदा स्वास्थ्य (soil health) पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इनकी जड़ों (roots) में राइजोबियम जीवाणु (rhizobium bacteria) पाए जाते हैं, जो वायुमंडलीय नाइट्रोजन (atmospheric nitrogen) का स्थिरीकरण (fixation) करते हैं और मृदा की उर्वरता (soil fertility) को बढ़ाते हैं। भारत विश्व में दलहन के उत्पादन और खपत में अग्रणी है।  
  • तिलहन फसलें (Oilseed Crops): इन फसलों से वनस्पति तेल (vegetable oil) प्राप्त होता है, जिसका उपयोग भोजन पकाने (cooking) और अन्य उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इनमें सरसों (mustard), मूंगफली (groundnut), सोयाबीन (soybean), सूरजमुखी (sunflower), तिल (sesame) आदि शामिल हैं। तिलहनी फसलें आवश्यक फैटी एसिड (essential fatty acids) और विटामिन (vitamins) का अच्छा स्रोत होती हैं, जो मानव स्वास्थ्य (human health) के लिए महत्वपूर्ण हैं। भारत में तिलहन का उत्पादन बढ़ाने के लिए ‘पीत क्रांति (Yellow Revolution)’ की शुरुआत की गई थी।  
  • रेशेदार फसलें (Fibre Crops): इन फसलों से रेशे (fibres) प्राप्त होते हैं, जिनका उपयोग कपड़ा (textile), रस्सी (rope), कागज (paper) आदि बनाने में किया जाता है। इनमें कपास (cotton), जूट (jute), सन (hemp), पटसन (flax) आदि प्रमुख हैं। रेशेदार फसलों के विभिन्न उपयोग होते हैं, जैसे वस्त्र (clothing), रस्सी (rope), कागज (paper), गद्दे (mattresses), कुशन (cushions), ब्रश (brushes) आदि। कपास एक महत्वपूर्ण रेशेदार फसल है जिसकी खेती प्राचीन काल से की जा रही है। रेशेदार फसलें मृदा अपरदन (soil erosion) को कम करने और कार्बन पृथक्करण (carbon sequestration) में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जिससे पर्यावरण संरक्षण (environmental protection) में मदद मिलती है।
     
  • चारा फसलें (Fodder Crops): ये फसलें पशुओं (animals) के चारे (fodder) के लिए उगाई जाती हैं। इनमें बरसीम (berseem), ज्वार (sorghum), मक्का (maize), नेपियर घास (napier grass) आदि शामिल हैं।  
  • औद्योगिक फसलें (Industrial Crops): ये फसलें भी नकदी फसलों (cash crops) की श्रेणी में आती हैं और इनका उपयोग विभिन्न उद्योगों (industries) में कच्चे माल (raw material) के रूप में किया जाता है। इनमें गन्ना (sugarcane), तंबाकू (tobacco), चाय (tea), कॉफी (coffee), रबर (rubber), जूट (jute), कपास (cotton), सोयाबीन (soybean) आदि शामिल हैं।  

मौसम के आधार पर फसलों का वर्गीकरण (Classification of Crops Based on Season)

भारत में फसलों को मुख्यतः तीन मौसमों (seasons) के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है:

  • खरीफ फसलें (Kharif Crops): ये फसलें वर्षा ऋतु (rainy season) (जून-जुलाई/June-July) में बोई जाती हैं और शरद ऋतु (autumn) (सितंबर-अक्टूबर/September-October) में काटी जाती हैं। इन्हें मानसून फसलें (monsoon crops) भी कहा जाता है। इनके लिए गर्म और आर्द्र जलवायु (warm and humid climate) की आवश्यकता होती है। चावल (rice), मक्का (maize), कपास (cotton), ज्वार (sorghum), बाजरा (millet), सोयाबीन (soybean), मूंगफली (groundnut) आदि खरीफ फसलों के उदाहरण हैं।  
  • रबी फसलें (Rabi Crops): ये फसलें शीत ऋतु (winter season) (अक्टूबर-नवंबर/October-November) में बोई जाती हैं और वसंत ऋतु (spring season) (मार्च-अप्रैल/March-April) में काटी जाती हैं। इन्हें शीतकालीन फसलें (winter crops) भी कहा जाता है। इनके लिए ठंडे और शुष्क मौसम (cold and dry weather) की आवश्यकता होती है। गेहूं (wheat), जौ (barley), चना (gram), मटर (pea), सरसों (mustard), अलसी (linseed) आदि रबी फसलों के उदाहरण हैं।  
  • जायद फसलें (Zaid Crops): ये फसलें रबी और खरीफ फसलों के बीच ग्रीष्म ऋतु (summer season) (मार्च-जून/March-June) में उगाई जाती हैं। इन्हें ग्रीष्मकालीन फसलें (summer crops) भी कहा जाता है। इनके लिए गर्म और शुष्क मौसम (hot and dry weather) की आवश्यकता होती है। तरबूज (watermelon), खरबूजा (muskmelon), ककड़ी (cucumber), करेला (bitter gourd), मूंग (green gram), उड़द (black gram) आदि जायद फसलों के उदाहरण हैं।  

उत्पादन के आधार पर फसलों का वर्गीकरण (Classification of Crops Based on Production)

उत्पादन (Production) के आधार पर, फसलों को निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

फसलों का वर्गीकरण: सारांश तालिका (Crop Classification: Summary Table)

वर्गीकरण का आधार (Basis of Classification)श्रेणी (Category)उदाहरण (Examples)
उपयोग (Use)खाद्यान्न (Food)चावल (Rice), गेहूं (Wheat), मक्का (Maize)
दलहन (Pulses)चना (Gram), मसूर (Lentil), मूंग (Green gram)
तिलहन (Oilseeds)सरसों (Mustard), मूंगफली (Groundnut), सोयाबीन (Soybean)
रेशेदार (Fibre)कपास (Cotton), जूट (Jute), सन (Hemp)
चारा (Fodder)बरसीम (Berseem), ज्वार (Sorghum), मक्का (Maize)
औद्योगिक (Industrial)गन्ना (Sugarcane), तंबाकू (Tobacco), चाय (Tea)
मौसम (Season)खरीफ (Kharif)चावल (Rice), मक्का (Maize), कपास (Cotton)
रबी (Rabi)गेहूं (Wheat), जौ (Barley), चना (Gram)
जायद (Zaid)तरबूज (Watermelon), खरबूजा (Muskmelon), ककड़ी (Cucumber)
उत्पादन (Production)प्रमुख (Major)चावल (Rice), गेहूं (Wheat), कपास (Cotton)
गौण (Minor)ज्वार (Sorghum), बाजरा (Millet), रागी (Finger millet)
नकदी (Cash)कपास (Cotton), गन्ना (Sugarcane), तंबाकू (Tobacco)

अभ्यास परीक्षण (Practice Test)

  1. निम्नलिखित में से कौन सी रबी फसल (rabi crop) है? (a) चावल (Rice) (b) गेहूं (Wheat) (c) मक्का (Maize) (d) कपास (Cotton)
  2. निम्नलिखित में से कौन सी दलहन फसल (pulse crop) है? (a) सरसों (Mustard) (b) मूंगफली (Groundnut) (c) चना (Gram) (d) सोयाबीन (Soybean)
  3. निम्नलिखित में से कौन सी तिलहन फसल (oilseed crop) है? (a) कपास (Cotton) (b) जूट (Jute) (c) सूरजमुखी (Sunflower) (d) सन (Hemp)
  4. निम्नलिखित में से कौन सी जायद फसल (zaid crop) है? (a) गेहूं (Wheat) (b) चना (Gram) (c) तरबूज (Watermelon) (d) मटर (Pea)
  5. निम्नलिखित में से कौन सी औद्योगिक फसल (industrial crop) है? (a) चावल (Rice) (b) गेहूं (Wheat) (c) गन्ना (Sugarcane) (d) मक्का (Maize)

उत्तर (Answers): 1. (b), 2. (c), 3. (c), 4. (c), 5. (c)

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