रेशे, लंबे, पतले और लचीले धागे होते हैं जिनका उपयोग विभिन्न प्रकार की सामग्री बनाने के लिए किया जाता है, जैसे कपड़ा, रस्सी, और अन्य औद्योगिक उत्पाद । रेशों को उनके उद्भव और रासायनिक संरचना के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है।
रेशों का रसायन विज्ञान
रेशों के रासायनिक गुण उनके उपयोग को निर्धारित करते हैं। रेशों को मुख्यतः तीन रासायनिक श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
- सेल्यूलोज: सेल्यूलोज एक प्राकृतिक पॉलिमर है जो पौधों की कोशिका भित्ति का मुख्य घटक है । सेल्यूलोज के रेशे, जैसे कि कपास और सन, नमी सोखने वाले, सांस लेने योग्य और बायोडिग्रेडेबल होते हैं। सेल्यूलोज की रासायनिक संरचना में हाइड्रॉक्सिल समूहों की उपस्थिति के कारण, यह पानी के अणुओं को आकर्षित और धारण कर सकता है, जिससे यह अत्यधिक शोषक बन जाता है ।
- प्रोटीन: प्रोटीन जटिल जैविक अणु होते हैं जो अमीनो एसिड से बने होते हैं । प्रोटीन रेशे, जैसे कि ऊन और रेशम, गर्म, नमी सोखने वाले और लचीले होते हैं। प्रोटीन अणुओं में पेप्टाइड बंध होते हैं जो उन्हें लचीलापन और ताकत प्रदान करते हैं।
- सिंथेटिक पॉलिमर: सिंथेटिक पॉलिमर मानव निर्मित होते हैं, और इन्हें विभिन्न रासायनिक प्रक्रियाओं द्वारा बनाया जाता है । सिंथेटिक रेशे, जैसे कि नायलॉन और पॉलिएस्टर, मजबूत, टिकाऊ और रासायनिक रूप से प्रतिरोधी होते हैं।
रेशों का वर्गीकरण उनके उद्भव के आधार पर
रेशों को उनके उद्भव के आधार पर दो मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है: प्राकृतिक रेशे और संश्लेषित रेशे।
प्राकृतिक रेशे
प्राकृतिक रेशे पौधों, जानवरों या खनिजों से प्राप्त होते हैं। प्राकृतिक रेशे आमतौर पर दिखने में मंद और स्पर्श करने में थोड़े खुरदरे होते हैं ।
पादप रेशे
पादप रेशे पौधों के विभिन्न भागों से प्राप्त होते हैं, जैसे कि बीज, तना, या पत्तियां। इन रेशों का मुख्य घटक सेल्यूलोज होता है।
- बीज रेशे: कपास सबसे आम बीज रेशा है, जो कपास के पौधे के बीज के चारों ओर उगने वाले रेशों से प्राप्त होता है । कपास के रेशे मुलायम, सांस लेने योग्य और नमी सोखने वाले होते हैं, जिससे वे कपड़ों के लिए आदर्श होते हैं।
- तना रेशे: जूट, सन, और हेम्प तने के रेशे हैं, जो पौधे के तने के फ्लोएम से प्राप्त होते हैं । ये रेशे मजबूत और टिकाऊ होते हैं , जिससे वे रस्सी, बोरे, और अन्य औद्योगिक उत्पादों के लिए उपयुक्त होते हैं।
- पत्ती रेशे: सिसल और अबाका पत्ती के रेशे हैं, जो पौधे की पत्तियों से प्राप्त होते हैं । ये रेशे मजबूत और कठोर होते हैं, जिससे वे रस्सी, चटाई, और ब्रश बनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
जंतु रेशे
जंतु रेशे जानवरों से प्राप्त होते हैं, और इनका मुख्य घटक प्रोटीन होता है।
- ऊन: ऊन भेड़, बकरी, या अन्य जानवरों के बालों से प्राप्त होता है । ऊन के रेशे गर्म, नमी सोखने वाले और लचीले होते हैं, जिससे वे ठंडे मौसम के कपड़ों के लिए उपयुक्त होते हैं। ऊन के रेशों में प्राकृतिक सिकुड़न होती है, जो उन्हें लोच और लंबाई प्रदान करती है । ऊन विभिन्न प्रकार की होती है, जो भेड़ की नस्ल और शरीर के उस अंग पर निर्भर करती है जहाँ से इसे प्राप्त किया जाता है । उदाहरण के लिए, मेरिनो ऊन अपनी कोमलता के लिए जानी जाती है, जबकि शेviot ऊन अधिक टिकाऊ होती है। ऊन के रेशे लहरदार होते हैं, जिसे क्रिम्प कहा जाता है, जो ऊन को अपनी प्राकृतिक लोच और इन्सुलेट गुण प्रदान करता है । रासायनिक रूप से, ऊन कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और सल्फर से बना होता है, जो प्रोटीन या केराटिन के रूप में होता है ।
- रेशम: रेशम रेशमकीट के लार्वा द्वारा निर्मित कोकून से प्राप्त एक प्राकृतिक प्रोटीन रेशा है । रेशम के रेशे चमकदार, मुलायम और मजबूत होते हैं, जिससे वे उच्च गुणवत्ता वाले कपड़ों के लिए आदर्श होते हैं। रेशम के रेशे फाइब्रोइन और सेरिसिन नामक दो प्रोटीन से बने होते हैं ।
खनिज रेशे
खनिज रेशे खनिजों से प्राप्त होते हैं।
- एस्बेस्टस: एस्बेस्टस एक प्राकृतिक खनिज रेशा है जो गर्मी प्रतिरोधी होता है । एस्बेस्टस का उपयोग अग्निरोधी कपड़े और अन्य उत्पादों में किया जाता था, लेकिन स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण अब इसका उपयोग सीमित है।
संश्लेषित रेशे
संश्लेषित रेशे मानव निर्मित होते हैं, और इन्हें रासायनिक प्रक्रियाओं द्वारा विभिन्न पदार्थों से बनाया जाता है। सिंथेटिक रेशों में उच्च शक्ति, हल्के वजन, आसान धुलाई और त्वरित सुखाने, अच्छा लोच, और मोल्ड कीड़े से न डरने जैसे सामान्य बेहतर गुण होते हैं ।
पुनर्जीवित रेशे
पुनर्जीवित रेशे प्राकृतिक पदार्थों, जैसे कि सेल्यूलोज, को रासायनिक रूप से संसाधित करके बनाए जाते हैं।
- रेयान: रेयान लकड़ी के गूदे से प्राप्त सेल्यूलोज से बनाया जाता है । रेयान के रेशे मुलायम, चमकदार और नमी सोखने वाले होते हैं, जिससे वे कपड़ों के लिए उपयुक्त होते हैं। रेयान का उपयोग सर्जिकल ड्रेसिंग में भी किया जाता है । रेयान को शुरू में “कृत्रिम रेशम” के रूप में जाना जाता था । रेयान बनाने में सेल्यूलोज, कास्टिक सोडा और कार्बन डाइसल्फ़ाइड जैसे घटकों का उपयोग किया जाता है । रेयान निर्माण प्रक्रिया में, कास्टिक सोडा का उपयोग सेल्यूलोज को घोलने के लिए किया जाता है, और कार्बन डाइसल्फ़ाइड का उपयोग सेल्यूलोज ज़ैंथेट बनाने के लिए किया जाता है, जिसे बाद में रेशे बनाने के लिए एक स्पिनरनेट के माध्यम से निकाला जाता है ।
सिंथेटिक रेशे
सिंथेटिक रेशे पूरी तरह से सिंथेटिक पॉलिमर से बनाए जाते हैं। सिंथेटिक रेशों को कई प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:
- फिलामेंट यार्न: इन धागों में कई महीन अखंड तंतु होते हैं, जो हल्की ऐंठन से एक साथ जुड़े रहते हैं ।
- स्टेपल: ये कृत्रिम तंतुओं के बने होते हैं और ये 7 से 15 इंच तक लंबे और एकरूप होते हैं ।
- टो: इसमें भी कई अखंड तंतु, रस्सी के रूप में, एक साथ बैटे रहते हैं, किंतु उनमें ऐंठन नहीं होती तथा वे समांतर रहते हैं ।
- स्पन यार्न: ये धागे कृत्रिम रेशों को कातकर बनाए जाते हैं। कभी-कभी ये कृत्रिम रेशे कपास, ऊन, पटसन इत्यादि रेशों के मिश्रण से भी बनते हैं ।
कुछ सामान्य सिंथेटिक रेशे हैं:
- नायलॉन: नायलॉन एक पॉलियामाइड पॉलिमर से बनाया जाता है । नायलॉन के रेशे मजबूत, टिकाऊ और लचीले होते हैं, जिससे वे रस्सी, कपड़ा, और अन्य उत्पादों के लिए उपयोग किए जाते हैं ।
- पॉलिएस्टर: पॉलिएस्टर एक पॉलिएस्टर पॉलिमर से बनाया जाता है । पॉलिएस्टर के रेशे झुर्रियों प्रतिरोधी, टिकाऊ और पानी प्रतिरोधी होते हैं, जिससे वे कपड़ों, फर्नीचर, और अन्य उत्पादों के लिए उपयोग किए जाते हैं। पॉलिएस्टर रेशे आयामी रूप से स्थिर, उच्च शक्ति वाले, जल-विकर्षक होते हैं, और आसानी से दाग नहीं लगते हैं ।
- एक्रिलिक: एक्रिलिक एक एक्रिलिक पॉलिमर से बनाया जाता है । एक्रिलिक के रेशे मुलायम, गर्म और ऊन जैसे होते हैं, जिससे वे स्वेटर, कंबल, और अन्य उत्पादों के लिए उपयोग किए जाते हैं।
सिंथेटिक रेशों का उपयोग विभिन्न औद्योगिक अनुप्रयोगों में भी किया जाता है। उदाहरण के लिए, विस्कोस का उपयोग जीवन रक्षक जैकेट, पोंटून पुल, राफ्ट और एविएटर वेशभूषा के लिए इन्सुलेटर माध्यम बनाने के लिए किया जाता है ।
रेशों का वर्गीकरण उनकी लंबाई के आधार पर
रेशों को उनकी लंबाई के आधार पर दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
- फिलामेंट: फिलामेंट रेशे निरंतर लंबाई के होते हैं, जैसे रेशम और कई सिंथेटिक रेशे ।
- स्टेपल: स्टेपल रेशे छोटी, निश्चित लंबाई के होते हैं, जैसे कपास और ऊन ।
रेशों के अन्य गुण
रेशों के कुछ अन्य महत्वपूर्ण गुणों में शामिल हैं:
- तन्य शक्ति: तन्य शक्ति वह बल है जो रेशे को तोड़ने के लिए आवश्यक होता है ।
- लोच: लोच रेशे की अपनी मूल लंबाई में वापस आने की क्षमता है जब इसे खींचा जाता है ।
- चमक: चमक रेशे की सतह पर प्रकाश के प्रतिबिंब को संदर्भित करती है ।
- स्थिर बिजली: स्थिर बिजली रेशे की सतह पर विद्युत आवेश का निर्माण है ।
रेशों की तन्य शक्ति
रेशे की तन्य शक्ति को उस न्यूनतम भार द्वारा मापा जाता है जो इसे तोड़ने के लिए आवश्यक है । रेशे की तन्य शक्ति पर अम्लों और क्षारों का प्रभाव उन्हें एक समान सांद्रता के तनु HCl और तनु NaOH विलयन में अलग-अलग बराबर समय के लिए डुबोकर निर्धारित किया जा सकता है ।
प्राकृतिक बनाम संश्लेषित रेशे
प्राकृतिक और संश्लेषित रेशों के अपने फायदे और नुकसान हैं। प्राकृतिक रेशे आमतौर पर अधिक आरामदायक और सांस लेने योग्य होते हैं, जबकि संश्लेषित रेशे अधिक टिकाऊ और झुर्रियों प्रतिरोधी होते हैं ।
पर्यावरणीय प्रभाव
प्राकृतिक रेशे, जैसे कपास और ऊन, बायोडिग्रेडेबल होते हैं, जबकि सिंथेटिक रेशे, जैसे पॉलिएस्टर और नायलॉन, पर्यावरण में लंबे समय तक बने रह सकते हैं ।
रेशे विभिन्न प्रकार के होते हैं, और उनके गुण उनके रासायनिक संरचना और उद्भव पर निर्भर करते हैं। प्राकृतिक रेशे पौधों, जानवरों या खनिजों से प्राप्त होते हैं, जबकि संश्लेषित रेशे मानव निर्मित होते हैं। रेशों का उपयोग कपड़ा, रस्सी, और अन्य सामग्री बनाने के लिए किया जाता है, और उनके गुण उनके विशिष्ट उपयोग के लिए उपयुक्त होते हैं। रेशों के वर्गीकरण और रसायन विज्ञान को समझना महत्वपूर्ण है ताकि कपड़ों और अन्य वस्त्र उत्पादों के बारे में सूचित विकल्प बनाए जा सकें। रेशे विभिन्न उद्योगों और अनुप्रयोगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और रेशा प्रौद्योगिकी का भविष्य नए और अभिनव रेशों के विकास के साथ उज्जवल है।
रेशे मुख्य रूप से किस लिए उपयोग किए जाने वाले लंबे, पतले और लचीले धागे होते हैं?
a) धातु उत्पाद बनाने के लिए
b) कपड़ा, रस्सी और औद्योगिक उत्पाद बनाने के लिए
c) खाद्य पदार्थ बनाने के लिए
d) इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने के लिए
सेल्यूलोज, प्रोटीन और सिंथेटिक पॉलिमर किसके आधार पर रेशों का वर्गीकरण हैं?
a) उनकी लंबाई
b) उनके उद्भव (स्रोत)
c) उनकी रासायनिक संरचना
d) उनके रंग
पौधों की कोशिका भित्ति का मुख्य घटक कौन सा प्राकृतिक पॉलिमर है?
a) प्रोटीन
b) लिग्निन
c) सेल्यूलोज
d) स्टार्च
कपास और सन में नमी सोखने का गुण किस कारण होता है?
a) उनमें वसा की उपस्थिति के कारण
b) हाइड्रॉक्सिल समूहों की उपस्थिति के कारण
c) उनकी चिकनी सतह के कारण
d) उनमें प्रोटीन की मात्रा के कारण
ऊन और रेशम किस प्रकार के रेशे हैं?
a) सेल्यूलोज आधारित
b) प्रोटीन आधारित
c) सिंथेटिक पॉलिमर
d) खनिज आधारित
मानव निर्मित रेशों को क्या कहा जाता है?
a) प्राकृतिक रेशे
b) पादप रेशे
c) संश्लेषित रेशे (सिंथेटिक फाइबर)
d) जंतु रेशे
प्राकृतिक रेशे मुख्य रूप से कहाँ से प्राप्त होते हैं?
a) केवल रसायन विज्ञान प्रयोगशालाओं से
b) पौधों, जानवरों या खनिजों से
c) पेट्रोलियम उत्पादों से
d) केवल नदियों से
निम्नलिखित में से कौन एक बीज रेशा है?
a) जूट
b) सन
c) कपास
d) सिसल
जूट, सन और हेम्प किस प्रकार के पादप रेशे हैं?
a) बीज रेशे
b) तना रेशे
c) पत्ती रेशे
d) फल रेशे
सिसल और अबाका पौधे के किस भाग से प्राप्त होते हैं?
a) तने से
b) बीज से
c) पत्तियों से
d) जड़ों से
ऊन के रेशों में प्राकृतिक सिकुड़न को क्या कहते हैं जो उन्हें लोच और इन्सुलेट गुण प्रदान करती है?
a) कर्ल
b) क्रिम्प
c) ट्विस्ट
d) वेव
रेशमकीट के लार्वा द्वारा निर्मित कोकून से कौन सा रेशा प्राप्त होता है?
a) ऊन
b) कपास
c) रेशम
d) सन
रेशम के रेशे मुख्य रूप से किन दो प्रोटीन से बने होते हैं?
a) केराटिन और कोलेजन
b) फाइब्रोइन और सेरिसिन
c) एल्ब्यूमिन और ग्लोब्युलिन
d) मायोसिन और एक्टिन
एस्बेस्टस एक प्राकृतिक __ रेशा है जो गर्मी प्रतिरोधी होता है।
a) पादप
b) जंतु
c) खनिज
d) सिंथेटिक
रेयान किस प्राकृतिक पदार्थ को रासायनिक रूप से संसाधित करके बनाया जाता है?
a) प्रोटीन
b) सेल्यूलोज (लकड़ी का गूदा)
c) पेट्रोलियम
d) कोयला
रेयान को शुरू में किस नाम से जाना जाता था?
a) सिंथेटिक ऊन
b) कृत्रिम रेशम
c) नायलॉन
d) पॉलिएस्टर
नायलॉन किस पॉलिमर श्रेणी से संबंधित है?
a) पॉलिएस्टर
b) एक्रिलिक
c) पॉलियामाइड
d) पॉलीविनाइल
कौन सा सिंथेटिक रेशा झुर्रियों प्रतिरोधी, टिकाऊ और जल-विकर्षक होता है?
a) नायलॉन
b) एक्रिलिक
c) रेयान
d) पॉलिएस्टर
एक्रिलिक रेशा अपने गुणों में किसके समान होता है?
a) कपास
b) रेशम
c) ऊन
d) सन
जीवन रक्षक जैकेट और पोंटून पुल के लिए इन्सुलेटर माध्यम बनाने में किस सिंथेटिक रेशे का उपयोग किया जाता है?
a) नायलॉन
b) पॉलिएस्टर
c) विस्कोस (रेयान)
d) एक्रिलिक
निरंतर लंबाई के रेशे क्या कहलाते हैं?
a) स्टेपल
b) फिलामेंट
c) स्पन यार्न
d) टो
कपास और ऊन किस प्रकार के रेशे हैं, उनकी लंबाई के आधार पर?
a) फिलामेंट
b) निरंतर
c) स्टेपल
d) सिंथेटिक
रेशे की सतह पर प्रकाश के प्रतिबिंब को क्या कहते हैं?
a) लोच
b) तन्य शक्ति
c) चमक
d) स्थिर बिजली
प्राकृतिक रेशों का एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय लाभ क्या है?
a) वे गैर-बायोडिग्रेडेबल होते हैं।
b) वे लंबे समय तक पर्यावरण में बने रहते हैं।
c) वे बायोडिग्रेडेबल होते हैं।
d) उनके उत्पादन में बहुत अधिक ऊर्जा लगती है।
मेरिनो ऊन अपनी किस विशेषता के लिए जानी जाती है?
a) कठोरता
b) टिकाऊपन
c) कोमलता
d) जल-प्रतिरोध
प्रोटीन रेशों में अमीनो एसिड किस बंध से जुड़े होते हैं?
a) ग्लाइकोसिडिक बंध
b) पेप्टाइड बंध
c) एस्टर बंध
d) ईथर बंध
सिंथेटिक पॉलिमर बनाने के लिए किस प्रकार की प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है?
a) जैविक किण्वन
b) प्राकृतिक अपघटन
c) विभिन्न रासायनिक प्रक्रियाएँ
d) भौतिक संपीड़न
पादप रेशों का मुख्य घटक क्या है?
a) प्रोटीन
b) लिग्निन
c) सेल्यूलोज
d) स्टार्च
कपास के रेशे अपने किस गुण के कारण कपड़ों के लिए आदर्श होते हैं?
a) कठोरता और कम शोषकता
b) मुलायम, सांस लेने योग्य और नमी सोखने वाले
c) अत्यधिक चमकदार और फिसलन भरे
d) मजबूत और जल-विकर्षक
रस्सी, बोरे और अन्य औद्योगिक उत्पादों के लिए कौन से तना रेशे उपयुक्त होते हैं?
a) कपास और सन
b) जूट, सन और हेम्प
c) सिसल और अबाका
d) ऊन और रेशम
ऊन में रासायनिक रूप से कौन सा तत्व मौजूद नहीं होता है?
a) कार्बन
b) हाइड्रोजन
c) सल्फर
d) फास्फोरस
ऊन के रेशे किस प्रकार के कपड़ों के लिए उपयुक्त होते हैं?
a) हल्के गर्मी के कपड़े
b) तैराकी के कपड़े
c) ठंडे मौसम के कपड़े
d) खेल के कपड़े
एस्बेस्टस का उपयोग स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण क्यों सीमित है?
a) यह अत्यधिक ज्वलनशील है।
b) यह बहुत महंगा है।
c) इसके रेशे श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
d) यह पानी में घुलनशील है।
सिंथेटिक रेशों में कौन सा सामान्य बेहतर गुण नहीं होता है?
a) उच्च शक्ति
b) हल्के वजन
c) मोल्ड कीड़ों का डर
d) अच्छा लोच
रेयान को बनाने में सेल्यूलोज ज़ैंथेट बनाने के लिए किस रसायन का उपयोग किया जाता है?
a) कास्टिक सोडा
b) सल्फ्यूरिक एसिड
c) कार्बन डाइसल्फ़ाइड
d) नाइट्रिक एसिड
सिंथेटिक रेशों के ‘फिलामेंट यार्न’ की क्या विशेषता है?
a) वे छोटे, निश्चित लंबाई के होते हैं।
b) उनमें कई महीन अखंड तंतु होते हैं जो हल्की ऐंठन से एक साथ जुड़े रहते हैं।
c) वे केवल प्राकृतिक रेशों के मिश्रण से बनते हैं।
d) वे हमेशा बहुत भारी होते हैं।
पॉलिएस्टर रेशे अपनी किस विशेषता के लिए जाने जाते हैं, जो उन्हें फर्नीचर के लिए उपयुक्त बनाती है?
a) वे आसानी से दाग लगते हैं।
b) वे आयामी रूप से अस्थिर होते हैं।
c) वे झुर्रियों प्रतिरोधी और टिकाऊ होते हैं।
d) वे अत्यधिक नमी सोखते हैं।
कृत्रिम तंतुओं के बने और 7 से 15 इंच तक लंबे तथा एकरूप रेशों को क्या कहा जाता है?
a) फिलामेंट
b) स्टेपल
c) टो
d) स्पन यार्न
कौन से धागे कृत्रिम रेशों को कातकर बनाए जाते हैं, कभी-कभी कृत्रिम रेशे कपास, ऊन, पटसन इत्यादि रेशों के मिश्रण से भी बनते हैं?
a) फिलामेंट यार्न
b) स्टेपल
c) टो
d) स्पन यार्न
रेशे की सतह पर विद्युत आवेश के निर्माण को क्या कहते हैं?
a) लोच
b) तन्य शक्ति
c) चमक
d) स्थिर बिजली
रेशे की तन्य शक्ति को मापने के लिए क्या किया जाता है?
a) उसकी चमक देखी जाती है।
b) उसे तोड़ने के लिए आवश्यक न्यूनतम भार मापा जाता है।
c) उसे पानी में डुबोया जाता है।
d) उसकी लंबाई मापी जाती है।
प्राकृतिक रेशे आमतौर पर अधिक आरामदायक और सांस लेने योग्य क्यों होते हैं?
a) क्योंकि वे सिंथेटिक होते हैं।
b) क्योंकि वे पानी प्रतिरोधी होते हैं।
c) क्योंकि उनकी संरचना में प्राकृतिक छिद्र होते हैं।
d) क्योंकि वे बहुत मजबूत होते हैं।
पॉलिएस्टर और नायलॉन जैसे सिंथेटिक रेशे पर्यावरण में लंबे समय तक क्यों बने रहते हैं?
a) क्योंकि वे बहुत मजबूत होते हैं।
b) क्योंकि वे बायोडिग्रेडेबल नहीं होते हैं।
c) क्योंकि वे पानी में घुलनशील होते हैं।
d) क्योंकि वे रासायनिक रूप से प्रतिरोधी होते हैं।
रेशा प्रौद्योगिकी का भविष्य किस पर निर्भर करता है?
a) केवल प्राकृतिक रेशों के उपयोग पर
b) नए और अभिनव रेशों के विकास पर
c) केवल पारंपरिक रेशों के उत्पादन पर
d) पुराने रेशों के उपयोग को कम करने पर
रासायनिक संरचना में हाइड्रॉक्सिल समूहों की उपस्थिति के कारण कौन सा रेशा पानी के अणुओं को आकर्षित और धारण कर सकता है?
a) प्रोटीन रेशा
b) सिंथेटिक रेशा
c) सेल्यूलोज रेशा
d) खनिज रेशा
ऊन विभिन्न प्रकार की क्यों होती है?
a) केवल उसके रंग के कारण
b) भेड़ की नस्ल और शरीर के उस अंग पर निर्भर करती है जहाँ से इसे प्राप्त किया जाता है।
c) केवल उसके उत्पादन स्थान के कारण
d) केवल उसकी रासायनिक प्रक्रिया के कारण
कौन सा रेशा चमकदार, मुलायम और मजबूत होता है, जिससे वे उच्च गुणवत्ता वाले कपड़ों के लिए आदर्श होते हैं?
a) कपास
b) ऊन
c) रेशम
d) जूट
सिंथेटिक रेशों का एक सामान्य गुण क्या है जो उन्हें कीटों से प्रभावित नहीं होने देता?
a) वे गर्म होते हैं।
b) वे रासायनिक रूप से प्रतिरोधी होते हैं और मोल्ड कीड़ों से नहीं डरते।
c) वे नमी सोखते हैं।
d) वे बहुत नरम होते हैं।
कौन सा रेशा अपनी कोमलता के लिए जाना जाता है?
a) शेविओट ऊन
b) मेरिनो ऊन
c) कच्चा जूट
d) औद्योगिक पॉलिएस्टर
वस्त्र उत्पादों के बारे में सूचित विकल्प बनाने के लिए क्या समझना महत्वपूर्ण है?
a) केवल कपड़ों का रंग
b) रेशों का वर्गीकरण और रसायन विज्ञान
c) केवल कपड़ों की कीमत
d) केवल फैशन ट्रेंड
कपास के रेशे आमतौर पर कैसे होते हैं?
a) कठोर और जल-प्रतिरोधी
b) मुलायम, सांस लेने योग्य और नमी सोखने वाले
c) चमकदार और फिसलन भरे
d) बहुत भारी और मोटे
प्रोटीन अणुओं में कौन से बंध होते हैं जो उन्हें लचीलापन और ताकत प्रदान करते हैं?
a) हाइड्रोजन बंध
b) ग्लाइकोसिडिक बंध
c) पेप्टाइड बंध
d) आयनिक बंध
नायलॉन और पॉलिएस्टर जैसे रेशे किस श्रेणी में आते हैं?
a) प्राकृतिक रेशे
b) पुनर्जीवित रेशे
c) सिंथेटिक पॉलिमर
d) खनिज रेशे
प्राकृतिक रेशे आमतौर पर दिखने में कैसे होते हैं?
a) बहुत चमकदार
b) मंद
c) पारदर्शी
d) रंगीन
जूट, सन और हेम्प किस प्रकार के रेशे हैं?
a) बीज रेशे
b) तना रेशे
c) पत्ती रेशे
d) खनिज रेशे
ऊन प्राप्त करने के लिए भेड़ या अन्य जानवरों के किस भाग का उपयोग किया जाता है?
a) त्वचा
b) बाल
c) रक्त
d) हड्डी
कौन सा रेशा प्राकृतिक रूप से चमकदार, मुलायम और मजबूत होता है?
a) कपास
b) ऊन
c) रेशम
d) रेयान
एस्बेस्टस का पूर्व में मुख्य उपयोग क्या था?
a) खाद्य पैकेजिंग
b) अग्निरोधी कपड़े और उत्पाद
c) उच्च फैशन परिधान
d) प्लास्टिक के खिलौने बनाना
रेयान के निर्माण में, स्पिनरनेट का उपयोग किस लिए किया जाता है?
a) सेल्यूलोज को घोलने के लिए
b) सेल्यूलोज ज़ैंथेट बनाने के लिए
c) रेशे बनाने के लिए घोल को निकालने के लिए
d) रेयान को रंगने के लिए
सिंथेटिक रेशों में कौन सा गुण आमतौर पर पाया जाता है?
a) कम शक्ति
b) उच्च जल-शोषकता
c) आसान धुलाई और त्वरित सूखना
d) खराब लोच
पॉलिएस्टर रेशे अपनी किस विशेषता के लिए जाने जाते हैं?
a) आसानी से दाग लगना
b) आयामी रूप से स्थिर और उच्च शक्ति
c) पानी सोखना
d) सिकुड़न
कौन सा रेशा सर्दियों के कपड़ों, स्वेटर और कंबल के लिए उपयुक्त होता है?
a) नायलॉन
b) पॉलिएस्टर
c) एक्रिलिक
d) रेयान
कृत्रिम तंतुओं के बने और 7 से 15 इंच तक लंबे तथा एकरूप रेशों को क्या कहते हैं?
a) फिलामेंट
b) स्टेपल
c) टो
d) स्पन यार्न
धागे जिनमें कई महीन अखंड तंतु होते हैं, जो हल्की ऐंठन से एक साथ जुड़े रहते हैं, उन्हें क्या कहा जाता है?
a) स्पन यार्न
b) स्टेपल
c) फिलामेंट यार्न
d) टो
रेशे की लोच से क्या अभिप्राय है?
a) रेशे को तोड़ने के लिए आवश्यक बल
b) रेशे की सतह पर प्रकाश का प्रतिबिंब
c) रेशे की अपनी मूल लंबाई में वापस आने की क्षमता जब इसे खींचा जाता है
d) रेशे की सतह पर विद्युत आवेश का निर्माण
प्राकृतिक और संश्लेषित रेशों के बीच मुख्य अंतर उनके __ में होता है।
a) केवल कीमत
b) केवल रंग
c) आराम और स्थायित्व
d) केवल बुनाई
प्राकृतिक रेशे जैसे कपास और ऊन बायोडिग्रेडेबल होते हैं, जबकि सिंथेटिक रेशे पर्यावरण में क्यों बने रह सकते हैं?
a) वे अधिक मजबूत होते हैं।
b) वे बायोडिग्रेडेबल नहीं होते हैं।
c) वे पानी में घुलनशील होते हैं।
d) वे रासायनिक रूप से निष्क्रिय होते हैं।
रेशों का उपयोग किन विभिन्न प्रकार की सामग्री बनाने के लिए किया जाता है?
a) केवल प्लास्टिक की वस्तुएँ
b) कपड़ा, रस्सी और अन्य औद्योगिक उत्पाद
c) केवल धातुओं के उपकरण
d) केवल सजावटी सामान
प्रोटीन रेशे कैसे होते हैं?
a) नमी सोखने वाले, सांस लेने योग्य
b) गर्म, नमी सोखने वाले और लचीले
c) मजबूत, टिकाऊ और रासायनिक रूप से प्रतिरोधी
d) कठोर और भंगुर
ऊन के रेशे लहरदार होते हैं, जिसे क्रिम्प कहा जाता है। यह गुण ऊन को क्या प्रदान करता है?
a) कठोरता
b) चमक
c) अपनी प्राकृतिक लोच और इन्सुलेट गुण
d) सिकुड़न की कमी
रेशम की बनावट कैसी होती है?
a) खुरदरी
b) भारी और मोटी
c) चमकदार, मुलायम और मजबूत
d) चिपचिपी
प्राकृतिक रेशे आमतौर पर दिखने में मंद और स्पर्श करने में कैसे होते हैं?
a) चिकने और चमकदार
b) थोड़े खुरदरे
c) चिपचिपे
d) बहुत मुलायम
पादप रेशों का मुख्य घटक क्या है?
a) प्रोटीन
b) लिग्निन
c) सेल्यूलोज
d) स्टार्च
किस प्रकार के रेशे में उच्च शक्ति, हल्के वजन, आसान धुलाई और त्वरित सुखाने जैसे गुण होते हैं?
a) प्राकृतिक रेशे
b) पुनर्जीवित रेशे
c) सिंथेटिक रेशे
d) खनिज रेशे
“टो” (Tow) नामक सिंथेटिक रेशे की मुख्य विशेषता क्या है?
a) इसमें कई महीन अखंड तंतु होते हैं जो ऐंठन से जुड़े होते हैं।
b) यह 7 से 15 इंच तक लंबा और एकरूप होता है।
c) इसमें कई अखंड तंतु, रस्सी के रूप में, एक साथ बैटे रहते हैं, किंतु उनमें ऐंठन नहीं होती तथा वे समांतर रहते हैं।
d) यह कृत्रिम रेशों को कातकर बनाया जाता है।
रेशों का उपयोग किन उद्योगों और अनुप्रयोगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
a) केवल खाद्य प्रसंस्करण
b) केवल निर्माण
c) विभिन्न उद्योगों और अनुप्रयोगों में
d) केवल इलेक्ट्रॉनिक्स
कौन सा रेशा झुर्रियों प्रतिरोधी, टिकाऊ और पानी प्रतिरोधी होता है, और कपड़ों के लिए उपयुक्त है?
a) रेयान
b) ऊन
c) पॉलिएस्टर
d) कपास
फिलामेंट रेशे की एक मुख्य विशेषता क्या है?
a) वे हमेशा छोटे होते हैं।
b) वे निरंतर लंबाई के होते हैं।
c) वे केवल प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त होते हैं।
d) वे खुरदरे होते हैं।
रेशे की तन्य शक्ति को प्रभावित करने वाले कारकों में से एक क्या है?
a) रेशे का रंग
b) रेशे की सतह पर प्रकाश का प्रतिबिंब
c) अम्लों और क्षारों का प्रभाव
d) रेशे का वजन
प्राकृतिक रेशे आमतौर पर संश्लेषित रेशों की तुलना में क्या होते हैं?
a) अधिक टिकाऊ
b) अधिक झुर्रियों प्रतिरोधी
c) अधिक आरामदायक और सांस लेने योग्य
d) रासायनिक रूप से अधिक प्रतिरोधी
पौधों के किस भाग से प्राप्त होने वाले रेशों का मुख्य घटक सेल्यूलोज होता है?
a) केवल जड़ें
b) पादप रेशे (बीज, तना, पत्तियां)
c) केवल फूल
d) केवल फल
ऊन के रेशों में मौजूद केराटिन किस रासायनिक संरचना का होता है?
a) कार्बोहाइड्रेट
b) प्रोटीन
c) लिपिड
d) न्यूक्लिक एसिड
रेशमकीट के कोकून से प्राप्त रेशम रेशा मुख्य रूप से क्या है?
a) सेल्यूलोज रेशा
b) प्रोटीन रेशा
c) सिंथेटिक रेशा
d) खनिज रेशा
रेयान बनाने की प्रक्रिया में, सेल्यूलोज को घोलने के लिए और फिर रेशे बनाने के लिए एक स्पिनरनेट के माध्यम से निकालने के लिए किस रसायन का उपयोग किया जाता है?
a) एसीटोन और सिरका
b) कास्टिक सोडा और कार्बन डाइसल्फ़ाइड
c) बेंजीन और टोल्यूनि
d) सल्फ्यूरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड
सिंथेटिक रेशों में कौन सा गुण उन्हें मोल्ड कीड़ों से अप्रभावित रखता है?
a) वे नमी सोखते हैं।
b) वे रासायनिक रूप से प्रतिरोधी होते हैं।
c) वे बहुत भारी होते हैं।
d) वे प्राकृतिक होते हैं।
नायलॉन का उपयोग आमतौर पर किन उत्पादों में होता है?
a) कपास के कपड़े
b) रस्सी, कपड़ा और अन्य उत्पाद
c) ऊनी कंबल
d) रेशमी साड़ी
रेशे की तन्य शक्ति वह बल है जो रेशे को __ के लिए आवश्यक होता है।
a) चमकाने
b) तोड़ने
c) खींचने
d) मोड़ने
खनिज रेशे कहाँ से प्राप्त होते हैं?
a) पौधों से
b) जानवरों से
c) खनिजों से
d) रासायनिक प्रयोगशालाओं से
किस प्रकार के रेशों को “कृत्रिम रेशम” के रूप में जाना जाता था?
a) नायलॉन
b) पॉलिएस्टर
c) रेयान
d) एक्रिलिक
सिंथेटिक रेशों की एक विशेषता जो उन्हें धोने और सुखाने में आसान बनाती है?
a) वे भारी होते हैं।
b) वे पानी सोखते हैं।
c) वे त्वरित सूखने वाले होते हैं।
d) वे दागदार होते हैं।
पौधों के किस भाग से प्राप्त होने वाले रेशों का मुख्य घटक सेल्यूलोज होता है?
a) केवल जड़ें
b) बीज, तना, या पत्तियां
c) केवल फूल
d) केवल फल
कौन सा रेशा विभिन्न उद्योगों और अनुप्रयोगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
a) केवल प्राकृतिक रेशे
b) केवल सिंथेटिक रेशे
c) रेशे (सामान्य रूप से)
d) केवल खनिज रेशे
ऊन के रेशे किस प्रकार के कपड़ों के लिए उपयुक्त होते हैं?
a) गर्मी के कपड़े
b) ठंडे मौसम के कपड़े
c) जल-प्रतिरोधी कपड़े
d) हल्के कपड़े
रेशों का वर्गीकरण और रसायन विज्ञान को समझना क्यों महत्वपूर्ण है?
a) केवल उनके रंग को जानने के लिए
b) कपड़ों और अन्य वस्त्र उत्पादों के बारे में सूचित विकल्प बनाने के लिए
c) केवल उनकी कीमत तय करने के लिए
d) केवल फैशन ट्रेंड जानने के लिए
कौन सा रेशा आयामी रूप से स्थिर, उच्च शक्ति वाला, जल-विकर्षक होता है, और आसानी से दाग नहीं लगता है?
a) कपास
b) ऊन
c) नायलॉन
d) पॉलिएस्टर
सिंथेटिक रेशों को कितने प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है, जैसा कि पाठ में बताया गया है?
a) एक
b) दो
c) तीन
d) चार
सिसल और अबाका का उपयोग मुख्य रूप से क्या बनाने के लिए किया जाता है?
a) मुलायम कपड़े
b) स्वेटर
c) रस्सी, चटाई, और ब्रश
d) मोजे
कौन सा रेशा प्राकृतिक सिकुड़न (क्रिम्प) के कारण अपनी प्राकृतिक लोच प्रदान करता है?
a) कपास
b) रेशम
c) ऊन
d) नायलॉन
रेशों का रसायन विज्ञान उनके किस गुण को निर्धारित करता है?
a) उनका रंग
b) उनका आकार
c) उनका उपयोग
d) उनकी बायोडिग्रेडेबिलिटी
रेशों को उनकी लंबाई के आधार पर कितनी श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है?
a) एक
b) दो
c) तीन
d) चार
Ans.1) b, 2) c, 3) c, 4) b, 5) b, 6) c, 7) b, 8) c, 9) b, 10) c, 11) b, 12) c, 13) b, 14) c, 15) b, 16) b, 17) c, 18) d, 19) c, 20) c, 21) b, 22) c, 23) c, 24) c, 25) c, 26) b, 27) c, 28) c, 29) b, 30) b, 31) d, 32) c, 33) c, 34) c, 35) c, 36) b, 37) c, 38) b, 39) d, 40) d, 41) b, 42) c, 43) b, 44) b, 45) c, 46) b, 47) c, 48) b, 49) b, 50) b, 51) b, 52) c, 53) c, 54) b, 55) b, 56) b, 57) c, 58) b, 59) c, 60) c, 61) b, 62) c, 63) b, 64) c, 65) c, 66) c, 67) b, 68) b, 69) b, 70) c, 71) c, 72) b, 73) c, 74) c, 75) c, 76) c, 77) c, 78) b, 79) c, 80) c, 81) b, 82) b, 83) b, 84) b, 85) b, 86) b, 87) b, 88) c, 89) c, 90) c, 91) b, 92) c, 93) b, 94) b, 95) d, 96) d, 97) c, 98) c, 99) c, 100) b